आज दो अगस्त 2013 को मैं पूरे दो वर्ष का हो गया। मेरा जन्मदिन तो धूम-धाम से मनाना ही था, पर मजेदार बात यह रही कि मेरे जन्मदिन को भारतीय परंपरा के अनुसार तिलक, पूजन करके भी मनाया गया और केक भी काटा गया।
दादी ने तिलक करके गिफ्ट दिया पर मेरी नजर तो मिठाई पर थी।
मुझे केक काटने से ज्यादा खाने की जल्दी थी सो बुआ, पापा और मम्मी को हाथ पकड़कर केक कटवाना पड़ा।
यह है मेरी कज़िन, लगता है इसे भी कान्हा बनना है तभी तो मेरा मुकुट मांग रही है।
और हां मेरे जन्मदिन पर ‘‘भारतीय बाल विकास संस्थान’’ की ओर से गरीब बच्चों के लिये निःशुल्क कोचिंग भी प्रारम्भ की गई, इस कोचिंग में 20 बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी। आज मैंने उन बच्चों को गिफ्ट दिया, केक और चाॅकलेट भी खिलायी।
दादी ने तिलक करके गिफ्ट दिया पर मेरी नजर तो मिठाई पर थी।
मुझे केक काटने से ज्यादा खाने की जल्दी थी सो बुआ, पापा और मम्मी को हाथ पकड़कर केक कटवाना पड़ा।
केक खाने और खिलाने में बहुत मजा आया।
यह है मेरी कज़िन, लगता है इसे भी कान्हा बनना है तभी तो मेरा मुकुट मांग रही है।
और हां मेरे जन्मदिन पर ‘‘भारतीय बाल विकास संस्थान’’ की ओर से गरीब बच्चों के लिये निःशुल्क कोचिंग भी प्रारम्भ की गई, इस कोचिंग में 20 बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी। आज मैंने उन बच्चों को गिफ्ट दिया, केक और चाॅकलेट भी खिलायी।